और अगर हम चाहें तो उनकी ऑंखों पर झाडू फेर दें तो ये लोग राह को पड़े चक्कर लगाते ढूँढते फिरें मगर कहाँ देख पाँएगे وَنُفِخَ فِي ٱلصُّورِ فَإِذَا هُم مِّنَ ٱلۡأَجۡدَاثِ إِلَىٰ رَبِّهِمۡ يَنسِلُونَ (ऐ रसूल) तुम बिलाशक यक़ीनी पैग़म्बरों में से हो और हम जिस शख्स को (बहुत) https://williamx481ksz4.mybuzzblog.com/profile