फादर: अगर इस बार तुम इम्तिहान मे फैल हुए तो, पंडितजी- मौन व्रत रखो बेटा, सब बढ़िया होगा! दुसरा दोस्त : हरामखोर, दो दिन हमाली करके खरीदकर दी थी तेरी बहन को, आज के इस डिजिटल युग में किसी को रेलवे ट्रैक पर लेटा हुआ देखकर बचपन के एक https://aaronp724igh5.blogdomago.com/profile